A REVIEW OF चिराग योजना

A Review Of चिराग योजना

A Review Of चिराग योजना

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उच्च शिक्षालाई प्रतिस्पर्धात्मक बनाउन क्षेत्रीय एवम् अन्तर्राष्ट्रिय सहकार्य आवश्यक छ । विश्वव्यापीकरण एवं अन्तर्राष्ट्रियकरणबीच सन्तुलन गर्दै ऐतिहासिकलाई आधुनिक ज्ञानसँग र स्थानीय ज्ञानलाई विश्वज्ञानसँग जोड्दै राष्ट्रिय आवश्यकता सम्बोधन हुने उच्च शिक्षा आजको आवश्यकता हो । यसका लागि पाठ्यक्रम, शैक्षिक कार्यक्रम तथा उपाधिहरूको समकक्षता निर्धारणको उपयुक्त एवम् अद्यावधिक प्रणालीको व्यवस्था गर्न सकिएको छैन । तसर्थ हाम्रा विश्वविद्यालयले स्थानीय ज्ञान, अन्तर्राष्ट्रिय मापदण्ड, विद्यार्थीहरूको सामूहिक आवश्यकता आदिका आधारमा शैक्षिक क्षेत्रमा सुधार गरे नेपालमा नै गुणस्तरीय शिक्षाको अभिभारा निर्माण हुनेछ ।

राज्य सरकार की इस योजना के माध्यम से गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बिना किसी आर्थिक तंगी के आसानी से प्राप्त हो सकेगा। 
Details

भारत सरकार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, उच्चतर शिक्षा विभाग

आर्थिक रूप से कमजोर और कम आय वाले छात्रों को निजी विद्यालयों में शिक्षा प्रदान करना

बेटियों के लिए सबसे अच्छी योजना कौन सी है?

चिराग योजना हरियाणा के बारे में जानकारी

ऐसे छात्र जिन्होंने अपनी शिक्षा सरकारी स्कूल से ग्रहण की है, सिर्फ उन्हीं छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा

हरियाणा चिराग योजना के तहत किसी स्कूल में प्रवेश कैसे मिलता है?

Harsha was a well known king from the dynasty. Tomara dynasty dominated the south Haryana area within the tenth century. Anangpal Tomar was a popular king One of the Tomaras.[22]

बचत बैंक खाता विवरण (पासबुक की फोटो कॉपी के साथ)

विस्तार से जानकारी हेतु देखें उपयोग की शर्तें

हरियाणा चिराग योजना हाल ही में रिलीज हुई है तो इसका लाभ प्राप्त करने के लिए अप्लाई करने की विधि अभी नहीं बताई गई है पर यह जानकारी जैसे ही सरकार के द्वारा प्रदान की जाती है वैसे ही हम आपको अपडेट कर देंगे।

फॉर्म पर पूछी गई सभी जानकारी ध्यानपूर्वक भरने के बाद आपको मांगे गई सभी दस्तावेज लगते हैं उसके बाद यह फॉर्म आपके स्कूल में जमा कर देना है।

खोज तथा अनुसन्धानात्मक शिक्षाभन्दा बढी नम्बरमा आधारित शिक्षा प्रणालीको विकास, शिक्षा प्रदायक संस्थाबीच अनुसन्धानात्मक शिक्षा प्रदान तथा प्रवर्द्धनका हकमा सहकार्यताको कमीका कारण उच्च शिक्षासम्बन्धी उद्देश्यअनुरूप कार्य भएको देखिँदैन । यसका अतिरिक्त शैक्षिक संस्थाहरू अन्तर्राष्ट्रियस्तर अनुकूल प्रतिस्पर्धात्मक हुन सकेका छैनन् । जसका कारण नेपालमै पनि विदेशी विश्वविद्यालयबाट सम्बन्धन लिएर विदेशी पाठ्यक्रम तथा प्रणालीअनुरूप विद्यार्थी पढाइँदै गरेको तथा विद्यार्थीमा विदेश मोह बढेको देखिन्छ । विदेशी पाठ्यक्रम देशमा पढाउनाले तथा उच्च शिक्षा हासिल गर्न देश बाहिर जानुपर्ने बाध्यताले बर्सेनि देशबाट ठूलो धनराशि बाहिर गइरहेको अवस्था छ । यसर्थ, उच्च शिक्षाको गुणस्तरलाई प्रतिकूल प्रभाव परेको अवस्थामा नेपालमा गुणस्तरीय उच्च शिक्षा प्रदान गर्नु चुनौतीपूर्ण छ ।

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